Wednesday 22 November 2023

हर रंग छुड़ाता रहा

कभी तन्हाई जलाती रही कभी शोर सताता रहा 
कि मंज़र कोई भी हो  दिल हमेशा  दुखाता रहा
   
वो धुआँ कहाँ से उठा  क्यूँ उठा  कुछ पता नहीं
मगर हाँ धुआँ में तैरता  कोई चेहरा छुपाता रहा 

वो बर्क़ न थी हिज़्र के  आबरू एक कहानी थी
राख ज़मीं से उड़ा औ" आसमाँ में समाता रहा

नींद का न आना हरेक ख़्वाब का क़त्ल ही था
फिर मुर्दा आँखें बंद कर ख़ुद को सुलाता रहा

नसीब में था  एक हथेली आसमाँ  चंद सितारे   
फिर वो त'अल्लुक़ उम्र-भर क़र्ज़ चुकाता रहा

हाथों पर चेहरे का हर रंग उभरता रहा "धरम" 
फिर बड़े इल्म-ओ-फ़न से हर रंग छुड़ाता रहा 

Friday 10 November 2023

चेहरा बद-हवास लिए

वो जहाँ में घूमता है ये कैसी वफ़ा की प्यास लिए 
हर शख़्स खड़ा है  चेहरे पर  सादा क़िर्तास लिए
 
न तो कहीं ज़मीं अपनी   न ही कोई 'अर्श अपना
कहाँ निकले किधर जाए  वह चेहरा उदास लिए 

है साफ़ आसमाँ औ" कहीं धूप भी कहीं छाँह भी 
जैसे  निकला हो ख़ुर्शीद   चेहरा बद-हवास लिए

अब अब्र भी बरसे तो लगे कि कोई आग हो जैसे
कि हर रोज़ चिढ़ाती है ज़िंदगी यही एहसास लिए

जब आँखें बंद हुई  तब  कोई ख़्वाब सँवरने लगा 
लगा की कोई बुला रहा हो चेहरा ना-शनास लिए 

हद-ए-नज़र तक "धरम" फैली ये कैसी फ़िज़ा है 
क़तरा दरिया समंदर  सब खड़े है इलफ़ास लिए   
   
 


क़िर्तास: काग़ज़
'अर्श: आकाश, आसमान 
ख़ुर्शीद: सूरज 
बद-हवास: तंग 
अब्र: बादल 
ना-शनास: अजनबी 
इलफ़ास: दरिद्रता, ग़रीबी  

Wednesday 8 November 2023

दिख रहा सीने के आज़ार भी

कुछ रास्ते की ढलान थी  कुछ था तिरा रफ़्तार भी
उस सफ़र में मुसलसल बदलता रहा किरदार भी 

हरेक पैमाना कह रहा  यहाँ अब  कोई वफ़ा नहीं 
इस बज़्म में बैठे हैं  कई बेवफ़ाई के ख़तावार भी 

यूँ तो मौत की पनाह में कभी शक्ल मुरझाई नहीं         
मगर अब चेहरे पर दिख रहा सीने के आज़ार भी 

पहले दिल को लगा की धड़कन ख़ून-बार हो जैसे        
फिर कलेजे को खलने लगा साँसों के अज़हार भी 
   
एक चेहरा नूरानी था ख़ुर्शीद पेशानी पर रौशन था
साथ इसके मौज़ूद था वहाँ  महताब फुज़ूँ-कार भी

तिरा होना जैसे पलकों का  आँखों से रिश्ता बुनना 
क्या की "धरम" छुप के भी रहना औ" नुमूदार भी  



------------------------------------
ख़तावार : जिसपर अपराध सिद्ध हो चुका हो 
ख़ून-बार: ख़ून बरसाने वाला
अज़हार: दीपक जलाना, चिराग़ रौशन करना
फुज़ूँ-कार: उन्नति देने वाला, बढ़ाने वाला, प्रोत्साहक  
नुमूदार: सामने आना